मूर्तियां बनाईं फिर वीडियो कैसेट बेंची, 10 साल में विवादित बयानों से बटोरी सुर्खियां, जानिए टी राजा सिंह की कहानी

मूर्तियां बनाईं फिर वीडियो कैसेट बेंची, 10 साल में विवादित बयानों से बटोरी सुर्खियां, जानिए टी राजा सिंह की कहानी

Written by अचलेंद्र कटियार | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 22 Oct 2023, 7:58 pm

Who is T Raja Singh: बीजेपी ने तेलंगाना में अपने निलंबित विधायक टी राजा सिंह को फिर से टिकट दिया है। पिछले साल पैगंबर मुहम्मद पर विवादित बयान देने के पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। 2018 के चुनावों में पार्टी ने तेलंगाना में 118 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें टी राजा सिंह जीते थे।

हाइलाइट्स

फायरब्रांड नेता टी राजा सिंह का बीजेपी ने निलंबन रद्द कर दिया हैपार्टी ने टी राजा सिंह को हैदराबाद की गोशमहल सीट दिया टिकटअप्रैल, 2013 में टीडीसी छोड़कर बीजेपी में आए थे टी राजा सिंह2009 में टीडीपी के टिकट पर हैदराबाद में पार्षद का चुनाव जीते थेबीजेपी विधायक टी राजा सिंह।हैदराबाद: तेलंगाना में पार्टी के सबसे बड़ा चेहरा टी राजा सिंह का बीजेपी ने निलंबन रद्द कर दिया है। पिछले साल अगस्त में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को हमला बोलते हुए उन पर पैगंबर मुहम्मद को अपमान का आरोप लगा था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। अब करीब 14 महीने बाद पार्टी ने उनके निलंबन को रद्द करके उन्हें फिर से गोशामहल विधानसभा क्षेत्र उम्मीदवार बनाया है। वह यहां से दो बार जीत चुके हैं। इसी विधानसभा के धूलपेट गांव में जन्में टी राजा सिंह की हिंदूवादी नेता के तौर पहचान रखते हैं। वे मुस्लिमों के खिलाफ अक्सर विवादित बयान देते आए हैं। वे 10 साल पहले टीआरएस से बीजेपी में आए थे।

एक कार्यक्रम के दौराना टी राजा सिंह।

निलंबन रद्द होते ही ओवैसी पर बरसे
टी राजा सिंह बीजेपी के द्वारा निलंबन रद्द करने के बाद फिर से अपने अंदाज में आ गए हैं। राजा सिंह ने अपने चिरपरिचित अंदाज में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है। राजा ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि हैदराबाद का सांसद असदुद्दीन ओवैसी है। जो कि देशद्रोही है। पहले वह कांग्रेस को वोट बेचता था अब बीआरएस को बेचता है। राजा सिंह ने कहा उनकी विधानसभा इसी लोकसभा का हिस्सा है। वे इस बार भी जीत हासिल करेंगे। टी राजा सिंह का ये कोई एक दो बयान नहीं है बल्कि उन्हें उनके बयानों के लिए जाना जाता है। उनके समर्थक राजा सिंह में हिंदू ह्दय सम्राट की छवि देखते हैं और एक आवाज पर निकल आते हैं। यही वजह है कि शायद तेलंगाना में बीआरएस से लड़ रही बीजेपी ने राजा सिंह पर दांव खेलना मुफीद समझा। राजा सिंह तेलंगाना और साउथ में अपने फायरब्रांड तेवरों के लिए जाने जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसके चलते उनके खिलाफ 75 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हैं। इसमें 30 मामले धार्मिक भावनाएं भड़काने के हैं। हैदराबाद पुलिस ने 2019 में उन्हें राउडी (हिस्ट्री) शीटर का टैग दिया था।

टी राजा सिंह को बुलेट की सवारी पसंद है।

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टी राजा सिंह के चर्चित बयान
टी राजा सिंह ने 2017 में पद्मावती फिल्म विवाद पर कहा था कि जिस थियेटर में इस फिल्म को दिखाया जाएगा, हम उसे जला देंगे। इसी साल उन्होंने एक कार्यक्रम में ओल्ड हैदराबाद मिनी पाकिस्तान बताया था और कहा था कि अगर यहां के घरों की जांच की जाए तो हर घर में बम मिलेंगे। इतना ही नहीं इसी साल उन्होंने राम मंदिर के जान लेने और जान देने का संकल्प लिया था। इस पर विवाद हुआ था। 2018 में जब देशभर में रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर विवाद हो रहा था तब टी राजा सिंह ने कहा था कि अगर वे भारत देश नहीं छोड़ते हैं तो उन्हें गोली मार देनी चाहिए। इसी साल उन्होंने कहा था कि आरएसएस से जुड़े बिन आप सच्चे हिंदू नहीं बन सकते हो। इस बयान पर भी वे सुर्खियों में रहे थे।

टी राजा सिंह अपनी क्षेत्र में लोकप्रिय हैं।

फेसबुक ने किया था बैन
धार्मिक भावनाएं आहत करने और नफरत भरे बयान देने की वजह से साल 2020 में राजा सिंह को फेसबुक और इंस्टाग्राम ने बैन कर दिया था। इसके बाद राजा सिंह ने कह दिया था कि वे फेसबुक का उपयोग नहीं करते हैं। उनके नाम से बने सभी अकाउंट फर्जी हैं। 2022 यूपी विधानसभा चुनावों में उन्होंने खुली धमकी देते हुए कहा था की बीजेपी को वोट नहीं दोगे तो बुलडोजर चलवा देंगे। पैंगबर मुहम्मद पर बयान विवादित बयान देने पर राजा सिंह की गिरफ्तारी हुई थी। उन्हें दो महीने के लिए जेल में रहना पड़ा था। इसके बाद भी टी राजा सिंह के तेवर नरम नहीं पड़े थे। वे लगातार अपने अंदाज में बयानबाजी कर रहे थे। उन्होंने बीजेपी ने निलंबित होने के बाद गोशमहल सीट से नहीं लड़ने तक ऐलान किया था और कहा था कि वे किसी और पार्टी में नहीं जाएंगे। 19 मार्च, 2023 को महाराष्ट्र के संभाजीनगर में एक रैली में भी टी राजा सिंह ने विवादित बयान दिए थे। उन्होंने कहा था कि गर हम हिंदू जिहाद करेंगे, तो तुम्हें विवाह करने के लिए लड़कियां भी नहीं मिलेंगी। औरंगाबाद (छत्रपति संभाजीनगर) से औरंगजेब की क़ब्र का नामो निशान मिटा देंगे। इन नपुंसकों को वैसे सबक सिखाना है जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफ़ज़ल ख़ान को सिखाया था। राजा सिंह इस सभा में यह भी कहा था कि जहां हिंदू बंटा, वहां हिंदू कटा। तब संभाजीनगर में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था।

टी राजा सिंह फैन फालोइंग काफी बड़ी है।

जानिए नाम में टी का क्या है मतलब
राजा सिंह अपने नाम के आगे टी लगाते हैं। लोध यानी कि राजपूत समुदाय से आने वाले राजा सिंह के समर्थक उनके नाम के आगे लगे टी का मतलब टाइगर बताते हैं, हालांकि उनके दिवंगत पिता नवल सिंह भी अपने नाम के आगे टी लिखते थे। इसका मतलब ठाकुर से हैं। टी राजा सिंह बेहद गरीब परिवार से आते हैं। इसके चलते उनकी शिक्षा पूरी नहीं हुई। उनका परिवार मूर्तियां बनाता था। इसके बाद वे भी इसी काम में लग गए। बाद के दिनों में टी राजा सिंह ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचने लगे थे। टी राजा सिंह ने राजनीति में कदम 2009 में रखा था। अप्रैल 2013 में वे टीडीपी से बीजेपी में आ गए थे।

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अचलेंद्र कटियार के बारे में

अचलेंद्र कटियार सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर

अचलेंद्र कटियार ने जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली से पढ़ाई की है। इसके बाद मेरठ, कानपुर और दिल्ली के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय समाचार पत्रों में काम किया। जून, 2020 से गुजरात की राजनीति और संस्कृति को समझने के लिए सक्रिय हैं।Read More

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